*कर्मचारियों को मूर्ख बनाने का काम BSNLEU करती है – BTEU-BSNL नहीं*
17 नवंबर 2022 को भारतीय मजदूर संघ (BMS) और उससे संबद्ध विभिन्न ट्रेड यूनियनों ने पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों की समस्याओं और आशंकाओं की ओर भारत सरकार का ध्यान खींचने के लिए संसद मार्ग स्थित जंतर-मंतर पर विशाल धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया I उस धरना-प्रदर्शन में BTEU-BSNL के नेतृत्व पर BSNLEU के जनरल सेक्रेट्री द्वारा दिनांक 19.11.2022 को आदतन झूठे और भ्रामक आरोप लगाये गए थे I
हालांकि BTEU-BSNL के शीर्ष नेतृत्व द्वारा दिनांक 20.11.2022 को इन आरोपों का खंडन कर दिया था, लेकिन एक सोची समझी साजिश के तहत दुष्प्रचार पर अमादा BSNLEU के जनरल सेक्रेट्री द्वारा 24 नवंबर को फिर से अपने झूठ के खाते को आगे बढ़ाते हुए “BTEU-BSNL is trying to fool the people” नामक शीर्षक से फिर अपनी साजिश को अंजाम दिया है I
यहां सबसे पहले हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि लोगों को मूर्ख बनाने का काम चायना समर्थित कम्युनिस्ट करते हैं, और BSNL में कर्मचारियों को मूर्ख बनाने का काम BSNLEU के नेतृत्व को आता हैI
3rd PRC पर अपनी अहंकारी और जिद में की गई अक्षम्य गलतियों को सरकार और BSNL प्रशासन के सर मढ कर अपने आपको पाक साफ़ दिखाकर कर्मचारियों को कैसे मूर्ख बनाया जा सकता है, इसमे यदि किसी को महारत हासिल है, तो वह BSNL Employees Union है I
पांच प्रतिशत वेतन वृद्धि का सरकारी ऑफर नजरअंदाज करके आज जीरो पर्सेन्ट फिटमेंट के लिए सौदेबाजी करने और उसमें भी कर्मचारियों पर अहसान दिखाने को मूर्ख बनाना कहते हैं, और यह काम भला BSNL Employees Union से बेहतर और कौन कर सकता है ?
पांच प्रमोशनों के सब्जबाग दिखाकर बाद में तीन लूली लंगड़ी प्रमोशनों का झुनझुना पकड़ा कर कर्मचारियों को मूर्ख बनाने की PhD अगर किसी के पास है तो वह सिर्फ और सिर्फ BSNLEU है I
2007 में हुए वेतन संशोधन में DA के एरियर पर सौदेबाजी करके कर्मचारियों के हक मारने के बावजूद अपने आपको गंगाजल की तरह पाक साफ दिखाने को मूर्ख बनाना कहते हैं, और वह हुनर सिर्फ और सिर्फ BSNLEU को आता है, किसी और को नहीं
अनुकंपा के आधार पर होने वाली भर्तियों पर, LTC पर, और लाइन स्टाफ को मिलने वाले भत्तों पर समर्पण कर देने के बावजूद अपने-आपको कर्मचारियों का मसीहा बताने को मूर्ख बनाना कहते हैं, और इसका प्रशिक्षण केवल BSNLEU के ही पास है, और किसी के पास नहीं I
BSNL MRS पर श्रेय लेना, लेकिन
सुविधाओं में आ रही गिरावट और आये दिन की अड़चनों को दूर न कर पाना और इन सबका भांडा औरों के सिर फोड़ देने को, मूर्ख बनाना कहते हैं, और यह काम BSNLEU के नेतृत्व को बखूबी आता है I
हर बार जीरो रिजल्ट लेकर भी अपनी हर स्ट्राइक को सफल और ऐतिहासिक बता कर कर्मचारियों की समस्याओं को उलझाए रखने को, मूर्ख बनाना कहते हैं, और इस काम को BSNLEU से बेहतर भला और कौन कर सकता है I
अपने कम्युनिस्ट आकाओं को खुश रखने के लिए, BSNL के कर्मचारियों की समस्याएं सुलझाने के नाम पर उन्हें पोलिटिकल हड़तालों में झोंक देने को मूर्ख बनाना कहते हैं, और इस काम को अगर कोई कर सकता है, तो उसे BSNL Employees Union कहते हैं I
17 नवंबर के विशाल धरना-प्रदर्शन के सन्दर्भ में हम पुनः स्पष्ट करना चाहते हैं, BTEU-BSNL के किसी भी नेता ने CMD BSNL और मेनेजमेंट के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग नहीं किया I इस संबंध में BSNLEU के जनरल सेक्रेट्री द्वारा किया गया दोषारोपण शरारतपूर्ण और द्वेषपूर्ण है I
हमें इस बात का गर्व है कि BTEU-BSNL, BMS के साथ एफिलिएटिड है, और हमारी विचारधारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की राष्ट्रवादी और मानवतावादी विचारधारा से प्रभावित है I हमारे लिए राष्ट्रहित, उद्योग हित और कर्मचारियों का हित सर्वोच्च होता है I हमें इस बात का संतोष है कि हमारा संगठन चीन की बोली बोलने वाले संगठन के तहत काम नहीं करता है I