*BMS से सम्बद्ध पब्लिक सेक्टर की यूनियनों के विशाल प्रदर्शन से परेशान।* *झूठ तंत्र का सहारा लेकर अपनी BTEU BSNL के नेतृत्व पर लगाया झूठा आरोप।*
जैसा आप सभी को ज्ञात है कि भारतीय मजदूर संघ से सम्बद्ध पब्लिक सेक्टर की यूनियनों ने दिनांक 17-11-2022 को पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर संसद भवन मार्च का आयोजन किया, जिसमें लगभग 50,000 से अधिक कर्मचारियों ने हिस्सा लिया I
यहां यह उल्लेखनीय है कि इतनी बड़ी संख्या में आज तक किसी भी संगठन ने प्रदर्शन नहीं किया था, इसी से बौखलाकर BSNLEU, जो कम्युनिस्ट पार्टी की एजेंट है, उसने वास्तविकता को जाने पहचाने बिना अनर्गल आरोप लगाना चालू कर दिया। उसका यह कहना एकदम शरारतपूर्ण और कोरी बकवास है कि BTEU-BSNL के किसी नेता ने CMD BSNL को सरकार का एजेंट कहा है, या मैनेजमेंट के खिलाफ गलत शब्दों का इस्तेमाल किया है I
दुष्प्रचार के लिए कुख्यात, कम्युनिस्टों की BSNLEU को हमारी BTEU-BSNL चुनौती देती है, कि वह साबित कर दे कि BTEU-BSNL के किस नेता ने CMD BSNL को सरकार का एजेंट कहा है I
हम स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि BTEU-BSNL के किसी भी नेता ने CMD BSNL या BSNL मैनेजमेंट के विरुद्ध असभ्य शब्दों का प्रयोग नहीं किया है, और न हम इसमें विश्वास करते हैं I BSNL में मान्यता प्राप्त यूनियन न होते हुए भी हम कर्मचारियों की समस्याओं को उचित तरीके से मैनेजमेंट के समक्ष उठाते रहे हैं, और जरूरी होने पर मंत्री महोदय से भी हम मिलते रहे हैं, लेकिन लगता है कि हमारे इन्हीं प्रयासों से दुखी होकर और 17 नवंबर के विशाल ऐतिहासिक धरना प्रदर्शन से बौखलाकर BSNLEU के, पूर्वाग्रहों से ग्रसित नेता ने मोदी सरकार सहित BSNL मैनेजमेंट तथा BTEU-BSNL के बीच जहर छिड़कने का कुत्सित प्रयास किया है, लेकिन BTEU-BSNL, विघ्नकारी BSNLEU के इन घृणित मंसूबों को पूरा नहीं होने देगी I
बेहद हताशा में झूठ का सहारा लेकर ओछी राजनीति करने वाले BSNLEU के नाकाम, वामपंथी, नेता से पूछा जाना चाहिए कि आपकी ही तरह केवल और केवल मोदी विरोध का मोटा चश्मा लगाए मीडिया कर्मी को, 17 नवंबर की ऐतिहासिक रैली में, क्या आपने ही, कम्युनिस्ट कामरेडों की साजिश के अंतर्गत भेजा था ? ताकि आपको BTEU-BSNL के नेतृत्व के विरुद्ध दुष्प्रचार का कोई मसाला मिल जाए I
हम आपको फिर से चुनौती देते हैं कि आप रैली में BTEU-BSNL के नेता का नाम साबित करें, जिसने CMD BSNL को सरकारी एजेंट और अक्षम कहा हो I
आप बरसों से मान्यता में रहते हुए भी बीएसएनल का कोई भला नहीं होने दे रहे हो, कर्मचारियों का आपने इतना नुकसान करवा दिया है, जिसकी भरपाई नहीं हो सकती, फिर भी आप कर्मचारियों के हित में काम करने की बजाय BTEU-BSNL पर मिथ्या दोषारोपण करने जैसे बेकार के कृत्यों में कर्मचारियों की शक्ति और समय को नष्ट करने में लगे हुए हो I अपनी नाकामियों को छिपाना और नाकामियों को दूसरों के सर मढ़ना आप कामरेडों के स्वभाव में है, लेकिन आप कर्मचारियों के दिलोदिमाग पर धूल झोंकने में हर बार कामयाब नहीं हो सकते I
आपको पता होना चाहिए कि उस दिन रैली में अलग–अलग पब्लिक सेक्टर से हजारों कर्मचारी आए थे, ऐसे में गलत आरोप लगाने से पहले आपको छानबीन कर लेनी चाहिए थी कि, क्या आपके आरोपों से BTEU-BSNL के नेताओं का कोई वास्ता है भी या नहीं I